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Thursday, October 21, 2010

कश्मीर ...

फलों की नज़र-नवाज़ रंगत देखी

मखलूक की दिल-गुदाज़ हालत देखी

कुदरत का करिश्मा नज़र आया कश्मीर

दोजख में समोई हुई जन्नत देखी


*****


इस बाग में जो कली नज़र आती है

तस्वीर-ए-फ़सुर्दगी नज़र आती है

कश्मीर में हर हसीन सूरत 'फानी'

मिटटी में मिली हुई नज़र आती है


- फानी बदांयुनी

1 टिप्पणियाँ:

ASHOK BAJAJ said...

बहुत अच्छा पोस्ट !

ग्राम- चौपाल में पढ़ें...........

अनाड़ी ब्लोगर का शतकीय पोस्ट http://www.ashokbajaj.com/